Published on October 19, 2021 9:38 pm by MaiBihar Media
जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा बिहारियों पर हमला और उनकी हत्या से बिहार की सियासत गरमा गई है। इस मामले में अब प्रदेश में नेताओं के बीच खुब बयानबाजी हो रही है और मामला और भी गहराते जा रहा है। केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद भारत-पाक मैच पर विचार करने तक की मांग की है। वहीं, बिहार एनडीए के सहयोगी दल आपस में इस मुद्दे पर उलझे हुए हैं। खबर है कि पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी और हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी मंगलवार को एक दूसरे का वार-पलटवार किया।
भाजपा नेताओं ने भारत-पाक मैच रद्द कराने की मांग उठाई
उधर, केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह और बिहार के डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद भारत-पाक मैच पर विचार करने तक की बात कर डाली है। और तो और भाजपा विधायक ज्ञानेन्द्र सिंह ज्ञानू ने कहा है कि गैर कश्मीरियों को सरकार एके-47 दे। यह उनकी रक्षा के लिए सबसे अहम कदम होगा। वहीं, चिराग ने भी इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के 16 साल के शासनकाल पर सवाल उठा दिया।
मोदी ने मांझी को पुलवामा भेजने की वकालत की तो माहौल हुआ गरम
पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने प्रधानमंत्री और गृह मंत्री से सोशल मीडिया के जरिए कहा था कि कश्मीर के हालात अगर नहीं सुधर रहे हों तो 15 दिनों के लिए कश्मीर को बिहारियों के हवाले कर दें। इसपर भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने कहा कि मांझी जी को 10 दिनों के लिए पुलवामा भेज दीजिए। आगे मोदी ने यह भी कहा कि इस मुद्दे पर ऐसी हल्की बयानबाजी नहीं करनी चाहिए। चाहे वे नेता प्रतिपक्ष हों या एनडीए के घटक दल, ये मुद्दा संवेदनशील है। कश्मीर को संभालना आसान काम नहीं है। पूरी सरकार वहां के हालात को बेहतर करने में जुटी है।
माझी ने सुशील मोदी को दिया करारा जवाब
सुशील मोदी का यह बयान जैसे ही सामने आया, मांझी एक बार फिर मुखर हो उठे। मांझी ने सुशील मोदी से कहा कि हम “मांझी” हैं ,मैदान छोड़कर भागने वाले नहीं, हर मुश्किल से लड़ने वाले हैं। वैसे आप तो केन्द्र के बड़े नेता हैं, आग्रह है 10 दिन के लिए कश्मीर की कमान दिलवा ही दीजिए, एक बिहारी क्या कर सकता है पता लग जाएगा। करगिल युद्ध में बिहार रेजिमेंट ने क्या किया मत भूलिए।