Published on October 17, 2021 9:01 pm by MaiBihar Media
पुलिस और सुरक्षा बलों की धरपकड़ मुहिम से बौखलाए आतंकी गैर-कश्मीरियों को निशाना बना रहे हैं। घाटी में लगातार दूसरे दिन भी गैर-कश्मीरियों को निशाना बनाया गया। ताजा मिल रही जानाकरी के मुताबिक आज यानी रविवार को भी बंदूकधारियों ने बिहार के मजदूरों पर घर में घुसकर गोलियां चलाईं। जिससे उनकी मौके पर मौत हो गई। वहीं, इस दौरान एक अन्य घायल हो गया। बताया जा रहा है कि घटना कुलगाम जिले के लारां गंजीपोरा इलाके की। मृतकों की पहचान कर ली गई है। बताते चले कि शनिवार को भी एक बिहारी मजदूर को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। राज्य सरकार ने पीड़ित परिजनों को मुआवजा देने का ऐलान भी किया है।
सेना के कैंपों में गैर-कश्मीरियों को लाने की एडवाइजरी जारी
गौरतलब हो कि इस बीच जम्मू-कश्मीर में लगातार डबल अटैक के बार पुलिस ने इमेरजेंसी एडवाइजरी जारी की है। इसके तहत कश्मीर में सभी गैर-स्थानीय मजदूरों को पुलिस और सेना के कैंपों में लाया जाएगा। जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मामले को अत्यंत जरूरी बताते हुए यह एडवाइजरी जारी किया है। जारी एडवाइजरी के लेटर में कहा गया है कि गैर-स्थानीय मजदूरों को सेना और पुलिस के कैंपों में लेकर आया जाए।
सिर्फ इस माह में मारे गए 12 आम नागरिक
दरअसल, सिर्फ अक्टूबर में ही अब तक 12 नागरिकों की हत्या की गई है। इनमें 10 गैर मुसलमान और दो मुसलमान थे। जबकि सितंबर माह तक 20 नागरिकों की हत्या हुई थी। माना जा रहा है कि आतंकी सुरक्षाबलों के सर्च अभियान से बौखलाए हुए हैं। लिहाजा, आम नागरिकों को अपना निशाना बना रहे हैं। बता दें कि कुलगाम के गंजीपोरा में मारे गए मृतक की पहचान राजा ऋषि देव, जोगिंदर ऋषि देव के रूप में हुई है। जबकि एक- चुनचुन ऋषिदेव को घायल हालत में अस्पताल में भर्ती किया गया है।
सर्च अभियान के तहत तीन लोग हिरासत में, पूछताछ जारी
आतंकी हमलों में नागरिकों एवं सुरक्षा बलों के जवानों की मौत के बाद पुंछ और राजौरी जिलों के वन्य क्षेत्र में सुरक्षा बलों का ऑपरेशन लगातार जारी है। इस दौरान मां-बेटे समेत तीन लोगों को हिरासत में लिया गया है। अधिकारियों ने बताया कि महिला (45) और उसके बेटे को आतंकियों को साजो-सामान संबंधी सहयोग देने के संदेह पर पूछताछ के लिए पकड़ा गया है। यह जांच की जा रही है कि उन्होंने मदद डरकर की या मर्जी से। इन जिलों में पिछले हफ्ते से लेकर अब तक आतंकियों के साथ दो अलग-अलग मुठभेड़ों में नौ सैनिक शहीद हुए हैं।