मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को 1, अणे मार्ग स्थित संकल्प में स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक की। इसके उपरांत उन्होंने दीपावली व छठ में अन्य राज्यों से आने वालों की हर हाल में कोरोना जांच कराने और टीकाकरण न होने पर उनका टीकाकरण कराने को कहा है। इतना ही नहीं मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से नेपाल से सटे राज्य के सीमावर्ती जिलों में कोरोना संक्रमण को लेकर विशेष सतर्कता बरतने को भी कहा।
दीपावली व छठ में घर आने वालों के लिए सख्त निर्देश
मुख्यमंत्री ने आज स्वास्थ्य विभाग की बैठक में निर्देश दिया कि दीपावली व छठ में अन्य राज्यों में रहने वाले बिहारियों के बीच प्रचार-प्रसार के माध्यम से यह जानकारी दें कि अगर उन्होंने अपना टीकाकरण व आरटीपीसीआर जांच करा लिया है तो उसका प्रमाण पत्र साथ रखें। अधिकारियों से कहा कि आधार कार्ड नहीं रहने के कारण जिनका वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है, उनका किसी दूसरे पहचान पत्र के आधार पर टीकाकरण कराएं। साथ ही उनका आधार कार्ड अवश्य बनवाएं। टीकाकरण के साथ-साथ कोरोना जांच भी महत्वपूर्ण है।
राज्य के बाहर से आने वालों की होगी कोरोना जांच
सीएम ने कहा कि रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड व इंटर स्टेट बॉर्डर चेक प्वाइंट पर बाहर से आने वालों पर विशेष नजर रखें। इन जगहों पर भी कोरोना जांच की व्यवस्था अवश्य हो। बाहर से आने वाले जो लोग अगर कोरोना पॉजीटिव पाये जाते हैं तो उनका आरटीपीसीआर जांच कर यह कन्फर्म हो लें कि वे कोरोना पॉजीटिव तो नहीं। माइकिंग के माध्यम से प्रचार-प्रसार कर लोगों को कोरोना संक्रमण के प्रति सचेत एवं जागरुक करते रहें।
स्वास्थ्य विभाग ने मुख्यमंत्री को दी यह जानाकरी
आपको बता दें कि मुख्यमंत्री के उपरोक्त निर्देश से पहले समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने बताया कि छठ महापर्व के पूर्व कोरोना वैक्सीनेशन अभियान और तेज किया जाएगा। कोरोना जांच की संख्या और बढ़ाई जाएगी। साथ ही 18, 19 और 20 अक्टूबर को कोरोना वैक्सीन के दूसरे डोज को लेकर डोर-टू-डोर अभियान चलाया जाएगा। इस दौरान लोगों को कोरोना वैक्सीन का दूसरा डोज लेने के लिए प्रेरित किया जायेगा। उन्होंने डब्लूएचओ द्वारा मोतिहारी जिले के वैक्सीनेशन को लेकर किये गये सर्वे की भी जानकारी दी। डब्लूएचओ के सर्वे में जानकारी दी गई है कि मोतिहारी जिले में 96 प्रतिशत लोगों का वैक्सीनेशन हो चुका है।