Published on October 3, 2021 11:43 am by MaiBihar Media
नालंदा में बरसाती नदियों में उफान आ जाने से खेत के साथ कई इलाकों में भी पानी घुस गया है। जिससे लोगों को काफी परेशानियों का समाना करना पड़ रहा है। वहीं कई किसानों की फसलें डूब गईं है। जिससे किसानों के सामने अब मवेशियों के लिए चारा की समस्या आ खड़ी हुई है। बता दें कि अस्थावां, बिंद, रहुई, कतरीसराय, गिरियक व नालंदा का एक बड़ा हिस्सा बाढ़ से प्रभावित हुआ है।
जिराइन और गोइठा नदी बरपा रहीं कहर-लगातार हो रही बारिश से बिंद की जिराइन और गोइठा नदी उफान पर है। जिसके चलते बिंद के दर्जनों गांवों में पानी समा गया है। जिराइन नदी का तटबंध टूट गया है। जिससे लोगों की परेशानियां काफी बढ़ गई है। हजारों एकड़ में लगी धान की फसल व सब्जी जल समाधी ले चुके है।
स्कूल जाने वाले रास्ते में बह रहा पानी
उच्च विद्यालय व कन्या विद्यालय जाने के रास्ते में सड़क पर तीन फीट से ऊपर पानी का बहाव हो रहा है। वहीं एसबीआई बैंक परिसर में पानी घुस गया है। सैकड़ों लोगों के घरों में नदी का पानी घुस गया। गांव के खेत में लगी धान व सब्जी की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है।
किसान कर रहे बांधों की निगरानी
खेतों में पानी समा जाने से किसान दिन रात एक कर फसल बचाने की जद्दोजहद कर रहे हैं। रात भर जग कर किसान बांध की निगरानी कर रहे है। जैसे-जैसे पानी का दबाव बढ़ रहा है वैसे-वैसे किसानों की बेचैनी भी बढ़ रही है। किसानों ने बताया कि जियर छिलका के पास खाढ़ बालू उठाव के कारण परेशानी काफी बढ़ गई है। प्रखंड के पदाधिकारी व जिले के पदाधिकारी बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं।
मंत्री ने लिया बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का किया दौरा
ग्रामीण विकास मंत्री श्रवण कुमार गिरियक और कतरीसराय प्रखंडों में बाढ़ प्रभावित गांव का दौरा किया। ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों से भी मिले। किसानों ने मंत्री को बताया कि इसके अलावा दर्जनों गांव में पानी घुस गया है। धान की फसल सहित कई घरों में पानी प्रवेश होने से क्षति हुई है।