Published on September 22, 2021 11:02 pm by MaiBihar Media
हाजीपुर में सुप्रिया हत्याकांड मामले में बुधवार को फिर एक बार विरोध-प्रदर्शन कर लोगों ने आक्रोश जाहिर किया। मालूम हो कि यह प्रदर्शन अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति वैशाली जिला इकाई के द्वारा किया गया और महनार सुप्रिया को न्याय दिलाने के लिए आवाज उठाया गया। इस दौरान समिति द्वारा हाजीपुर के गांधी चौक पर प्रतिरोध सभा कर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीतियों का विरोध भी महिलाओं की ओर से किया गया।
सुरक्षा के नाम पर राग अलाप रही सरकार
जानकारी के मुताबिक नेतृत्व जनवादी महिला समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष समेत अन्य वक्ताओं ने प्रतिरोध सभास्थल पर कहा कि छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार एवं निर्ममतापूर्वक हत्या की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। एक तरफ नीतीश कुमार और मोदी बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ एवं महिला सशक्तिकरण का राग अलाप रहे हैं तो दूसरी ओर हमारे समाज की बेटियां कहीं भी सुरक्षित नहीं है। हत्या, बलात्कार, छेड़खानी की घटना दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, बिहार में कानून व्यवस्था नाम की कोई चीज नहीं है।
पीड़िता के हित में लोगों ने की यह मांग
साथ ही वक्ताओं ने यह भी कहा कि जिस तरह से छात्रा का अपहरण बलात्कार और हत्या हुई है। उससे बिहार के सभी अभिभावक अपनी बच्चियों की सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं। प्रतिरोध सभा में वक्ताओं ने पीड़िता के परिवार को 50 लाख रुपए, सरकारी नौकरी देने की मांग की तथा प्रशासन को जवाबदेही तय करते हुए सभी संवेदनशील जगहों को चिह्नित कर सीसी कैमरा लगाने तथा पुलिस गश्ती सुनिश्चित करने की मांग की।
महिला उत्पीड़न के मामले पर नीतीश को देना पड़ेगा जवाब
इसके साथ ही महिलाओं से जुड़े सभी मामलों को महिला त्वरित न्यायालय गठित कर तत्काल गिरफ्तारी की भी मांग उठाई। जनवादी महिला समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष ने कहा कि जनवादी महिला समिति महिला उत्पीड़न के सवाल पर पूरे बिहार में बड़े आंदोलन की ओर बढ़ रही है और नीतीश कुमार को इसका जवाब देना पड़ेगा। आपको बता दें कि सुप्रिया कोचिंग करने के लिए अपने घर से निकली थी लेकिन वो जब घर नहीं लौटी तो परिजनों ने थाना में रिपोर्ट किया, लेकिन पुलिस के सुस्त रवैये के कारण सुप्रिया का शव उसके घर के करीब अहले सुबह बरामद मिला था।