Published on September 15, 2021 11:35 am by MaiBihar Media
बिहार (Bihar) में भले ही कई इलाकों में बाढ़ से राहत मिल गई हो लेकिन ग्रामीण क्षेत्र खासकर नदियों के किनारे बसे इलाकों की दुश्वारियां कम नहीं हो रही है। खबर है कि सोनपुर के (Sonpur) सबलपुर में फिर से कटाव हुआ है और इसबार गंगा (Ganga) के पानी ने विकराल रूप दिखाया है। तेज हवा और बारिशों के फुहारों के बीच गंगा का ऐसा रौद्र रूप दिखा, जिससे ग्रामीणों के बीच डर का माहौल कायम हो गया। कटाव के कारण मंगलवार की अहले सुबह से देखते-देखते कई घर व झोपड़ियां गंगा में विलीन हो गया। हालांकि कटाव से की जानकारी प्राप्त होते ही स्थानीय विधायक और प्रशासन भी मौके पर पहुंची। तेजी से हो रहे कटाव को रोकने के लिए युद्धस्तर पर कार्य किया गया।
सुबह-सुबह हुई कटाव की घटना
जानकारी के मुताबिक सोनपुर के सबलपुर इलाके में करीब 300 मीटर के लंबाई के दायरे में 20 मीटर से अधिक भूभाग कट कर गंगा में मिल गया। जिसके कारण लोगों को काफी नुकसान उठाना पड़ा। अचानक से पानी के बहाव में दो दर्जन से अधिक लोगों का घर या बथान आदि गंगा की पानी में समा गए। हालांकि, इस दरम्यान कुछ परिवारों के घर के साथ एक बाइक व समान भी गंगा में समा गए। लोगों ने बताया कि घटना सुबह चार से पांच बजे की है जब ग्रामीण टहल रहे थे। तभी कटाव देखकर लोगों को सतर्क किया। जिस कारण कम क्षति हुई है। सुरक्षा के मद्देनजर आसपास के लोग अपने घर के सारे सामानों के साथ वहां से हट चुके थे।
मौके पर पहुंचे अधिकारी
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय विधायक डॉ रामानुज प्रसाद, सबलपुर पश्चिमी पंचायत के मुखिया विकास कुमार सिंह कटाव स्थल पर पहुंच गए। वहीं, जल निस्सरण व बाढ़ नियंत्रण विभाग के कार्यपालक अभियंता विजय कुमार, सहायक अभियंता कुमार ब्रजेश व कनीय अभियंता अरुण कुमार, राम बहादुर महतो व राजकुमार के साथ साथ अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार व सीओ अनुज कुमार भी कटाव स्थल पर पहुंच गए।
लोगों के नुकसान का किया जा रहा सर्वे
मौके पर पहुंचे कार्यपालक अभियंता ने बताया कि तुरंत ही विभाग द्वारा कटाव को रोकने के लिए जेसीबी के माध्यम से स्लोपिंग के साथ बोरे के माध्यम से कटावरोधी कार्य किया जा रहा है। इसके बाद आगे वहां इसके लिए विशेष कार्य प्रारम्भ की जाएगी। जानमाल की क्षति वाली कोई बात नहीं। वहीं, मौके पर मौजूद एसडीओ तथा सीओ ने बताया कि लोगों के मुताबिक 30 लोगों के घर व भूमि आदि इस कटाव से प्रभावित हुआ है। कटाव रोकने का हरसम्भव प्रयास किया जा रहा है। प्रशासन हुए नुकसान व पीड़ितों का सर्वे करा रही है। कटाव से प्रभावित लोगों को व कटाव की जद में आये घरों के पलायन किये लोगों के बीच पॉलीथिन शीट व सामुदायिक किचन की व्यवस्था की गई है।
वर्षों पुरानी है कटाव की समस्या
आपको बता दें कि सबलपुर दियारा इलाके में कटाव का यह कोई पहला मामला नहीं है। कटाव की समस्या वर्षों पुरानी है। कटाव रोकने के लिए हमेशा करोड़ो रूपये की लागत का कार्य होता आया है लेकिन इस पर रोक नहीं लग सकी है। गत वर्ष ही 45 करोड़ 9 लाख की लागत से पहलेजा शाहपुर बल्ली टोला से सबलपुर पछियारी तक 2.71 किमी क्षेत्र में कटाव निरोधी कार्य कराया है। इसके बावजूद कटाव पर रोक नहीं लग सकी है। दियारे के सात पंचायत के लोग वर्षों से इस दियारे क्षेत्र को बचाने के लिए सरकार से रिंग बांध बनाने की मांग करते आ रहे है। क्योंकि इस कटाव से अब तक लोगों की हर साल बड़ी नुकसान होती है।