Published on September 12, 2021 1:00 pm by MaiBihar Media
एफआईआर (FIR) दर्ज कराने के लिए दर-दर भटकने वाली दुष्कर्म पीड़िता जब गाेद में बच्चे काे लिए एसएसपी (SSP) जयंत कांत के कार्यालय पहुंची तो पुलिस महकमे में हलचलें बढ़ गयी। फिर क्या गायघाट (Gaighat) थाने में उसके बयान पर शनिवार काे एफआईआर भी दर्ज कर ली गई। दरअसल, मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) के गायघाट इलाके की एक किशोरी दुष्कर्म के कारण मां बन गई। दबंगों ने मुंबई ले जाकर लड़की के साथ बलात्कार किया था। न्याय के लिए पीड़िता भटक रही थी, थाने में दौड़ने के बाद भी जब पुलिस ने मामले की प्राथमिकी दर्ज नहीं की, ताे वह गाेद में बच्चे काे लिए एसएसपी ऑफिस पहुंची। जहां उसे न्याय की उम्मीद भी पूरी हुई।
मिली जानकारी के मुताबिक पीड़िता ने पंचायत के पूर्व मुखिया मनाेज सहनी समेत 5 काे नामजद किया है। सभी आरोपी फरार है। गाेद में बच्चे काे लेकर ही किशोरी शनिवार काे पुलिस के साथ काेर्ट पहुंची। हालांकि, बयान अब सेामवार काे दर्ज किया जाएगा। इससे पहले एसकेएमसीएच (SKMCH) में उसकी मेडिकल जांच कराई गई। उधर, पुलिस ने एक आरोपी कंचन सहनी की मां काे हिरासत में लिया है। किशाेरी का आरोप है कि वह पिछले साल 20 अक्टूबर काे आवासीय प्रमाण पत्र के लिए अनुशंसा कराने मनाेज सहनी के घर गई थी। वहां से कंचन सहनी, पूर्व मुखिया मनाेज सहनी और अन्य चार लाेगाें ने उसका अपहरण कर लिया।
तब उस समय परिजन अपहरण का मामला दर्ज कराने थाने गए। उन्हें बिना केस लिए लाैटा दिया गया। तब तक दाेनाें आरोपित ने अलग-अलग जगहों पर घर में बंद रख बलात्कार किया। धमकी दी कि केस किया ताे जान से मार देंगे। वह गर्भवती हाे गई। इस साल 15 अगस्त काे बच्चा हुआ। फिर वह आरोपियों के यहां पहुंची, ताे सभी ने मारपीट कर भगा दिया।
कंचन सहनी के पिता और घर के लाेगाें ने केस करने पर तेजाब से नहला देने की धमकी दी। किशोरी का यह भी आरोप है कि गायघाट थाने में इन लाेगाें की पकड़ की वजह से केस नहीं लिया गया। अंतत: वह एसएसपी के दरबार में पहुंची। उधर, गायघाट थानेदार नरेंद्र कुमार ने बताया कि कंचन सहनी, मनोज सहनी (पूर्व मुखिया), राम कृपाल सहनी, सोनु सहनी और कंचन की मां शैल देवी काे नामजद आरोपी बनाया गया है। सभी एक ही गांव के हैं। लड़की काे मुंबई ले जाया गया था। मामले की जांच का जिम्मा अशोक शर्मा काे दिया गया है।