Published on August 27, 2021 10:55 pm by MaiBihar Media
नेपाल की तराई और विभिन्न जिलों में हो रही बारिश से कई नदियों के जलस्तर में फिर से वृद्धि दर्ज की गई है। नेपाल से सटे बेतिया जिले में पिछले 24 घंटे में रिकॉर्ड तोड़ बारिश हुई है। जिसे इस साल की सबसे अधिक बारिश माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि एक दिन में बेतिया जिले में 160.3 एमएम बारिश हुई है। इसके साथ ही इधर बाल्मीकि नगर गंडक बराज के द्वारा आज यानी शुक्रवार को सुबह आठ बजे 4.4 लाख एवं दोपहर दो बजे 347400 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है। जिससे जिले के कई पहाड़ी नदियों में तेजी से उफान देखा जा रहा है। जिले से होकर गुजनरे वाली नदियों में भी जलस्तर बढ़ गया है।
गौरतलब हो कि बाल्मीकि नगर गंडक बराज द्वारा पानी छोड़े जाने और भारी बारिश से बेतिया जिले से होकर गुजरने वाली सिकटा, ओरिया, कारताहां, धुतहां, सिकरहना, माजर, सतभावकां, सिकरहना, हरहा, कटहा, पंडई, द्वारदह, दोहरम, कोहड़ा सहित कई पहाड़ी नदियों का जलस्तर बढ़ने लगा है। लगातार हो रही बारिश से निचले इलाकों में पानी भरने लगा है। जिससे जनजीवन प्रभावित होने की संभावना बढ़ गई है। नरकटियागंज जंक्शन के रेल ट्रैक संख्या दो, तीन तथा चार पर बारिश का पानी जमाव कर गया था, परंतु बारिश कम होने के साथ ही पानी की निकासी आरंभ हो गई है। रिकॉर्ड बारिश होने के कारण बाल्मीकि नगर के टंकी बाजार में बारिश का पानी समा गया है। जबकि गंडक नदी का जलस्तर बढ़ने से श्रीपतनगर गांव के 17 घरों में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है।
वहीं, सीमावर्ती महादेवा गांव मात्र 10 मीटर की दूरी तक नदी पहुंच गई है। जबकि बाल्मीकि नगर के कैलाशपुर हवाई अड्डा पर बारिश तथा बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया है। समीपवर्ती राष्ट्र नेपाल के बृजघाट में कई घरों मे पानी प्रवेश कर गया है। गौनाहा के मरजदी मरजादपुर गांव के बीच बने पुलिया के डायवर्सन को कटहा नदी की तेज धार बहा ले गई है। बगहा के कैलाश नगर के 40 घरों तथा पिपरासी के 100 घरों में बाढ़ का पानी समा, गया है। जिले के कई हाट बाजारों में भी जलजमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।