Published on August 18, 2021 10:56 pm by MaiBihar Media
राजद कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद की ही चलेगी, तेजप्रताप या किसी और की नहीं। यह तस्वीर साफ हो गई है। दरअसल, 12 दिन बाद जगदानंद सिंह प्रदेश राजद कार्यालय लौटे और झारखंड राजद की मजबूती को लेकर बैठक हुई। बैठक हुई उसमें तेजस्वी यादव, झारखंड सरकार के मंत्री सत्यानंद भोक्ता, झारखंड राजद प्रभारी जयप्रकाश नारायण यादव, भोला यादव मौजूद रहे।
हालांकि इससे पहले जगदानंद सिंह ने तेजस्वी यादव से मुलाकात की और लालू यादव से भी बात की। जिसके बाद पार्टी ने तेजप्रताप के खास आकाश यादव को हटाकर लॉ कॉलेज के छात्र गगन कुमार को बनाया प्रदेश छात्र राजद अध्यक्ष बना दिया है। इस पर तेज प्रताप यादव ने कड़ी नाराजगी जाहिर की।
गौरतलब हो कि लालू ने जगदानंद से बात कर तेजप्रताप के खासमखास समर्थक छात्र राजद के प्रदेश अध्यक्ष आकाश यादव की जगह गगन कुमार को नया प्रदेश अध्यक्ष बनाया। साथ ही तेजप्रताप को यह संदेश दिया गया है कि प्रदेश राजद कार्यालय में प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद की ही चलेगी, तेजप्रताप या किसी और की नहीं। पटना ल़ॉ कालेज के प्रथम वर्ष के छात्र और जमुई जिला के निवासी गगन कुमार को जगदानंद सिंह ने नियुक्त किया गया है। बताया जा रहा है कि अब छात्र राजद भी प्रदेश अध्यक्ष की सहमति से ही कोई भी राजनीतिक काम करेगा। इसके पहले प्रदेश अध्यक्ष लालू यादव से बात करने के बाद बुधवार को रामगढ़ से पटना आये, और 10 सर्कुलर रोड जाकर राजद नेता तेजस्वी, राष्ट्रीय महासचिव भोला यादव समेत अन्य नेताओं से बात की।
सभी से राय करने के बाद जगदानंद सिंह ने यह कार्रवाई की। इधर तेज प्रताप यादव ने नाराजगी ट्विटर पर जाहिर की है। तेज प्रताप यादव ने लिखा है कि प्रवासी सलाहकार से सलाह लेने में अध्यक्ष जी ये भूल गए की पार्टी संविधान से चलता है और राजद का संविधान कहता है की बिना नोटिस दिए आप पार्टी के किसी पदाधिकारी को पदमुक्त नहीं कर सकते ..आज जो हुआ वो राजद के संविधान के खिलाफ हुआ
बताते चले कि पूर्ववर्ती अध्यक्ष आकाश यादव को जगदानंद ने नहीं, छात्र राजद के संरक्षक की हैसियत से तेजप्रताप यादव ने नियुक्त किया था जिसके कारण वो उनके इशारे पर चलते थे।
दरअसल तेजप्रताप छात्र राजद की गतिविधियों के बहाने ही प्रदेश राजद कार्यालय जाकर बिना प्रदेश अध्यक्ष की सहमति के कोई भी बैठक बुला लेते थे। उन बैठकों में वो जगदानंद सिंह की कार्यशैली को निशाना बनाते थे। पिछले 8 अगस्त की बैठक में तेजप्रताप ने जगदानंद सिंह को हिटलर तक कह डाला था। उस दिन के बाद जगदानंद सिंह ने प्रदेश कार्यालय आना छोड़ दिया था। काफी मान-मनौवल के बाद जगदानंद सिंह छात्र राजद के अध्यक्ष आकाश यादव पर कार्रवाई की शर्त पर फिर से बुधवार को प्रदेश कार्यालय लौटे और फिर कई बैठकें की। झारखंड राजद की मजबूती को लेकर बैठक में भी शामिल हुए। बता दें कि जगदानंद सिंह के नाराजगी पर इधर बिहार के सियासी गलियारों में खुब चर्चाएं हो रही थी, उनके पार्टी छोड़ने से लेकर ऑफर देने तक पर अब विराम लग गया है।