Published on August 10, 2021 9:31 pm by MaiBihar Media
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज साफ कर दिया कि जनसंख्या नियत्रण कानून जरूरी नहीं है। भाजपा नेताओं की मौजूदगी में उन्होंने पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए आज कहा कि जनसंख्या नियंत्रण के लिए जागरूकता जरूरी है, शिक्षा से हमने जनसंख्या को नियंत्रित करने में सफलता पाई है।
गौरतलब हो कि पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने उक्त बातें कही। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यह भी बताया कि बिहार में जनसंख्या नियंत्रण को लेकर काम किया जा रहा है। पहले यहां कितना ज्यादा प्रजनन दर था? इसका अध्ययन किया गया और पाया गया कि जिस परिवार में पत्नी पढ़ी होंगी तो प्रजनन दर घटेगा। हमलोग उसी पर चल रहे हैं।
इतना ही नहीं आगे मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले बिहार का प्रजनन दर चार से ज्यादा था, वो अब घटकर तीन पर आया है। अगले पांच से सात सालों में बिहार में प्रजनन दर दो पर पहुंच जाएगा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कर दिया कि हमारा स्टैंड बिल्कुल साफ है। बाकी तो चलिए कुछ लोग कहते हैं कुछ करते हैं कुछ उससे हमको क्या मतलब है। बता दें कि बिहार में सत्तारूढ़ दल का स्टैंड अलग-अलग नजर आ रहा है। एक तरफ जहां जदयू जातीय जनगणना कराने के पक्ष में है तो वहीं, दूसरी तरफ बीजेपी जनसंख्या नियंत्रण कानून के पक्ष में है। दोनों एक-दूसरे के विरोध में नजर आ रहे हैं। इस बीच मुख्यमंत्री ने बीजेपी की मांग को सिरे से खारिज कर दिया है।