Published on August 24, 2021 4:12 pm by MaiBihar Media

कोरोना संकट से जूझ रहे देशवासियों की परेशान कम होती नजर नहीं आ रही। एक के बाद एक संकट ने जिंदगी पर लगाम लगा दिया है। कोरोना के बाद अब केरल में जीका वायरस (Zika Virus) की दस्तक से केंद्र सरकार अर्टल हो गई है। मिली जानकारी के मुताबिक जीका वायरस के करीब 14 मामलों की पुष्टि हुई है। जिसके बाद केंद्र सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है।

जीका को गंभारता से लिया केंद्र
इतना ही नहीं खतरे की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार ने हालात पर नजर रखने के लिए विशेषज्ञों की छह सदस्यीय केंद्रीय टीम को केरल भेजा है। यह टीम बीमारी से निपटने में राज्य सरकार की मदद करेगी। इसकी जानकारी खुद केंद्रीकय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने मामले में बताया है कि जीका वायरस के कुछ मामले केरल से सामने आए हैं। स्थिति की निगरानी और राज्य सरकार की मदद करने के लिए स्वास्थ्य विशेषज्ञों की छह सदस्यीय टीम को केरल भेजने के निर्देश जारी कर दिए गए हैं। इसमें एम्स के वेक्टर जनित रोग विशेषज्ञ भी शामिल हैं।

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राज्य सरकार व स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किया बयान
वहीं, राज्य सरकार की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि नेशनल इंस्टीट्युट ऑफ वायरोलॉजी(एनआईवी) ने शुक्रवार को जीका वायरस के 13 और मामलों की पुष्टि की। जबकि केरल की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा है कि जीका के प्रसार को नियंत्रित करने के लिए एक कार्य योजना तैयार की गई है। केरल में जीका वायरस का पहला केस 28 जून को सामने आया था। मच्छर के काटने से होने वाली बीमारी से 24 साल की एक गर्भवती महिला संक्रमित मिली थी। इस संक्रमित महिला की कोई ट्रेवल हिस्ट्री नहीं है लेकिन उनका घर तमिलनाडु सीमा पर है।

यह है जीका वायरस के लक्ष्ण
जीका के लक्ष्ण डेंगू से मिलते-जुलते हैं। इनमें बुखार, रैशेज यानी शरीर पर चकत्ते पड़ना और जड़ों का दर्द शामिल है। बता दें कि जीका वायरस के कारण संक्रमित व्यक्ति सात से आठ दिन तक प्रभावित रहता है। वायरस गर्भवती महिला को ज्यादा प्रभावित करता है। इस संक्रमण की वजह से जन्म लेने वाला बच्चा अविकसित दिमाग के साथ पैदा होता है।

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ब्राजील व भारत में पहले भी आ चुका है यह वायरस
ब्राजील में साल 2015 में जीका वायरस बड़े पैमाने पर फैल गया था। उस समय इस वायरस के कारण 1600 से अधिक बच्चे विकृत के साथ पैदा हुए थे। भारत में यतह पहली बार जनवरी 2017 में जीका वायरस का मामला सामने आया था। यह वासरस असुरक्षित शारीरिक संबंध और संक्रमित खून से भी फैल सकता है।

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